sri paramhans rammangaldas ji



 विश्व के एक अद्वितीय ब्रह्मलीन संत जिनके समक्ष सब देवी देवता, ॠषि, मुनि, हर धर्म के पैगम्बर, सिद्ध, संत, पौराणिक तथा ऐतिहासिक महापुरुषों ने ध्यान में तथा प्रत्यक्ष प्रकट हॉकर आध्यात्मिक पद लिखवाए। 


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सादे कपड़े पहनो। सच्चाई से रहो। परिवार का पालन करो। किसी से बैर न करो। सबके सुख दुख में शामिल रहो। बेईमान का अन्न न खाओ, इसका असर २१ दिन रहता है, मरने पर नरक या प्रेत होना पड़ता है। भजन मे दीनता, शान्ति की बड़ी जरूरत है। यह दोनों माता हैं - इनकी गोद में रहने से सारा काम बनता है। तब इनका परिवार अपना संगी हो जाता है। चिन्ता होने से हीरा की भस्म (श्रेष्ठतम आयुर्वेदिक दवा) खाने से भी फायदा न होगा।